नई दिल्ली : अमेरिकी कृषि विभाग द्वारा समर्थित एक निजी, वैश्विक गैर-लाभकारी निर्यात बाजार विकास संगठन, अमेरिकी अनाज परिषद (यूएसजीसी) ने नई दिल्ली में अपना नया कार्यालय खोला है। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कार्यकारी बोर्ड से युक्त की एक टीम कार्यालय का उद्घाटन करने और सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल एसोसिएशन (सियाम) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए दिल्ली पहुंची है।यूएसजीसी 25 से अधिक वर्षों से भारत में है, और सरकार के साथ काम कर रही है।हाल के वर्षों में, यूएसजीसी एथेनॉल और इसके लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए कई हितधारकों के साथ काम कर रहा है।
इस नए कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर यूएसजीसी के अध्यक्ष और सीईओ रेयान लेग्रैंड ने कहा, अमेरिका-भारत व्यापार संबंध कभी भी बेहतर नहीं रहे है। भारत पहले से ही हमारा दूसरा सबसे बड़ा एथेनॉल व्यापार भागीदार है। अपने महत्वाकांक्षी एथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम के साथ, भारत दुनिया के अग्रणी एथेनॉल बाजारों में से एक बनने की ओर अग्रसर है। इस पृष्ठभूमि को देखते हुए, हमने भारत के स्थायी एथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम के निर्माण के लिए अपने हितधारकों के साथ संयुक्त रूप से काम करने के लिए एक अलग क्षेत्रीय कार्यालय बनाया है।
भारत में यूएसजीसी के निदेशक अलेजांद्रा डेनियलसन कैस्टिलो ने अपने स्वागत भाषण में कहा, भारत ऊर्जा की बढ़ती जरूरतों के साथ एक बढ़ती अर्थव्यवस्था है, और एथेनॉल आयात बिल को कम करने के साथ-साथ जीरो कार्बन की ओर बढ़ने के लिए एक अच्छा समाधान प्रदान करता है। अमेरिका ने जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए एक मजबूत नियामक ढांचा और बुनियादी ढांचा विकसित किया है।यूएसजीसी भारत में जैव ईंधन और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बातचीत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनकर इस क्षेत्र में विशेष रूप से सक्रिय रहा है। इस नए कार्यालय के साथ, USGC ज्ञान का प्रसार करने और सभी हितधारकों के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने में भी सक्षम होगा। अमेरिकी अनाज परिषद 28 स्थानों में पूर्णकालिक उपस्थिति के साथ, 50 से अधिक देशों और यूरोपीय संघ में काम करती है।परिषद और इसके कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी ऑनलाइन www.grains.org पर उपलब्ध है।