नैरोबी / कंपाला: केन्या में कुल आयात होनेवाली चीनी में से लगभग 43% आयात केवल युगांडा से होगा। इससे केन्या को चीनी की आपूर्ति और युगांडा की चीनी को नजदीकी बाजार मिलेगा। चीनी आयात का यह फैसला केन्या और युगांडा के बीच पिछले करीब एक साल से चल रहें विवाद के बाद लिया गया है। कंपाला में आयोजित एक बैठक में युगांडा और केन्या के विभिन्न अधिकारियों ने भाग लिया था, केन्या की ओर से व्यापार कैबिनेट सचिव बेट्टी मैना ने कहा था कि, दोनों देश चीनी का 90,000 का आयात – निर्यात करेंगे। केन्या ने एक समझौते के तहत युगांडा को लगभग तीन साल पहले अधिशेष चीनी का निर्यात करने की अनुमति दी थी। हालांकि, केन्या ने पिछले साल 90,000 टन में से केवल 20,000 टन चीनी आयात की अनुमति दी थी।
युगांडा प्रतिवर्ष केन्या को 90,000 टन चीनी का निर्यात करेगा। युगांडा और केन्या दोनों देशों विवाद पर बातचीत से हल निकल पाए है। युगांडा चीनी उत्पदंक संघ के अनुसार, पिछले दो वर्षों में चीनी पर लगाए गए अवरोधों के कारण, भंडार में वृद्धि होकर 150,000 टन तक पहुंच गई है। तंजानिया ने भी लगभग तीन साल पहले युगांडा की चीनी को अपने बाजार में प्रवेश करने से रोक दिया है।