यूनिफाइड लॉजिस्टिक्स इंटरफेस प्लेटफॉर्म (यूलिप) को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 17 सितंबर, 2022 को ‘राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति (एनएलपी) के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। यूलिप के पास एक समर्पित पोर्टल है, जो डेटा अनुरोध की प्रक्रिया को सरल, तेज और पारदर्शी बनाता है तथा डेटा-संचालित स्पष्टता और पारदर्शिता के साथ भारत के लॉजिस्टिक सेक्टर को सुविधा प्रदान करता है। इस पोर्टल को “https://www.goulip.in” के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है। अपने सफल लॉन्च के बाद से यूलिप को उद्योग की कंपनियों से बहुत सकारात्मक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हो रही हैं।
अपने लॉन्च होने के 6 महीने के अंदर ही इसे 400 से ज्यादा कंपनियों से पंजीकरण प्राप्त हो चुके हैं। डेटा सेट तक एक्सेस प्राप्त करने के लिए 68 कंपनियां पहले ही यूलिप के साथ गैर-प्रकटीकरण समझौते (एनडीए) पर हस्ताक्षर कर चुकी हैं। यूलिप के एपीआई समेकनों का लाभ उठाने के द्वारा अपने अंतिम उपयोगकर्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए उद्योग की कंपनियों द्वारा 30 से अधिक अनुप्रयोग विकसित किए गए हैं। इतनी अल्प अवधि में 6.5 करोड़ से अधिक एपीआई हिट पहले ही प्रोसेस किए जा चुके हैं। बड़े उद्यमों, सेक्टर के प्रमुख सेवा प्रदाताओं के साथ-साथ नए युग के स्टार्टअप यूलिप के साथ जुड़ने के लिए समान रूप से उत्सुक हैं।
डीपीआईआईटी के लॉजिस्टिक्स प्रभाग की विशेष सचिव, एनआईसीडीसी की सीईओ और एमडी तथा एनएलडीएसएल की अध्यक्ष सुश्री सुमिता डावरा ने कहा, “यूलिप के साथ, हम निश्चित रूप से पारदर्शिता, दक्षता और निम्न समग्र लॉजिस्टिक लागत की परिकल्पना करते हैं। यूलिप एक नए और नवोन्मेषी दृष्टिकोण के साथ भारतीय लॉजिस्टिक सेक्टर में योगदान देना जारी रखेगा जो अंततः राष्ट्रीय लॉजिस्टिक नीति (एनएलपी) के माध्यम से पीएम गतिशक्ति के विजन को साकार करने में मदद करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूलिप को अब कोयला, सीमेंट, उर्वरक, खाद्यान्न आदि जैसे विशिष्ट क्षेत्रों के लॉजिस्टिक्स के लिए डेटा आवश्यकताओं को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
मारुति सुजुकी, डीएचएल, सेफएक्सप्रेस, अल्ट्राटेक, टीसीआईएल, जिंदल स्टेनलेस, टाटा स्टील, यस बैंक, बॉश, टोटल ग्रुप आदि जैसी उद्योग की प्रमुख कंपनियों ने अपने उपयोग-मामलों को विकसित करने के लिए यूलिप को शामिल किया है, जो उन्हें तथा उनके हितधारकों को लाभान्वित करेंगे।
उद्योग की प्रमुख कंपनियों द्वारा विभिन्न प्रचालन गतिविधियों और प्रक्रियाओं के लिए प्रौद्योगिकी को अच्छी तरह से अपनाया जा रहा है। यूलिप की डेटा सेवाओं के साथ कंपनियां प्रौद्योगिकी के उपयोग को इष्टतम बनाने के लिए नवोन्मेषी सॉल्यूशंस/ऐप्स बना रही हैं। उदाहरण के लिए, अल्ट्राटेक सीमेंट की समग्र आपूर्ति-श्रृंखला को पूरे भारत में हजारों मालवाहक वाहनों की आवश्यकता होती है, जिनकी आपूर्ति थर्ड पार्टी ट्रांसपोर्टरों द्वारा की जाती है। यूलिप के साथ समेकन करके, अल्ट्राटेक अब सभी वाहनों और ड्राइवरों के अनुपालन शीघ्र सत्यापित कर सकता है। लॉजिस्टिक से संबंधित प्रौद्योगिकी सेवा प्रदाता इंट्यूजाइन यूलिप के फास्टैग एपीआई का उपयोग उन जगहों पर सड़क परिवहन के लिए ट्रैकिंग टूल के रूप में कर रहा है, जहां कोई जीपीएस डिवाइस या स्वीकृति उपलब्ध नहीं है। इसने यूलिप के रेलवे कार्गो ट्रैकिंग एपीआई का उपयोग करने के द्वारा रेल से ढोए जाने वाले कार्गो के प्रथम मील/अंतिम मील की आवाजाही के लिए एक प्लानिंग टूल भी बनाया है।
अग्रणी बैंकिंग निकायों में से एक यस बैंक, , आईईसी कोड सत्यापन, कार्गो की वास्तविक आवाजाही की पुष्टि, आदि जैसे बैकएंड जोखिम प्रबंधन कार्य-कलापों के लिए यूलिप की एपीआई सेवाओं का उपयोग कर रहा है। एक स्टार्ट-अप लिंकिट, विनिर्माण निकायों के गेट और यार्ड ऑटोमेशन के लिए डेटा का नवोन्मेषी रूप से उपयोग कर रहा है। टीसीआईएल डिजीलॉकर प्रणाली द्वारा समर्थित यूलिप के ईकेवाईसी के माध्यम से ग्राहक के आधिकारिक दस्तावेजों का इलेक्ट्रॉनिक रूप से सत्यापन कर रहा है, जिससे शारीरिक प्रयासों के न्यूनतम उपयोग के कारण कंपनी के लिए समय और लागत की बचत हो रही है। इसी प्रकार, लॉजिस्टिक सेक्टर में एक बीमा निपटान एजेंसी, कार्गो शक्ति- डिजिटल साक्ष्य के रूप में यूलिप के डेटा का उपयोग कर रही है जो दस्तावेज निर्माण की लम्बी प्रक्रिया से मुक्ति दिलाने में सहायता कर रही है।
यूलिप उद्योग से जुड़ी कंपनियों को विभिन्न मंत्रालयों के पास उपलब्ध लॉजिस्टिक्स और संसाधनों से संबंधित डेटा तक सुरक्षित पहुंच प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। वर्तमान में सात मंत्रालयों की 33 प्रणालियों को 106 एपीआई के माध्यम से समेकित किया गया है, जिसमें हितधारकों द्वारा उपयोग के लिए 1,600 से अधिक डेटा फ़ील्ड शामिल हैं। पोर्टल पर पंजीकरण के लिए उद्योग से जुड़ी कंपनियों को सहायता प्रदान करने के लिए एक समर्पित सहायक टीम निरंतर काम कर रही है। पंजीकरण के बाद, उपयोगकर्ताओं को अपने उपयोग-मामलों को प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है, जिसकी आग्रह किए गए डेटा के प्रस्तावित उपयोग के आधार पर बाद में समीक्षा की जाएगी।
एपीआई आधारित समेकन वाले यूलिप उपयोगकर्ता मल्टी-मॉडल ट्रैक और ट्रेस, लोगों और वाहन प्रमाणीकरण, दस्तावेज़ डिजिटलीकरण, यार्ड और दरवाजों पर प्रोसेस आटोमेशन आदि विभिन्न कार्यकलापों और सेवाओं के लिए डेटा का उपयोग कर सकते हैं, जिससे लॉजिस्टिक्स के समग्र परिचालन में कमी आएगी तथा समय की बचत होगी।