ओडिशा: नयागढ़ चीनी मिल के पुनरुद्धार को लेकर अनिश्चितता का माहोल

भुवनेश्वर : नयागढ़ शुगर कॉम्प्लेक्स लिमिटेड (NSCL) को फिर से खोलने को लेकर बढ़ती अनिश्चितताओं ने हजारों गन्ना किसानों को मझधार में छोड़ दिया है। आपको बता दे की, यह मिल 2015 से बंद पड़ी है। मिल पर निर्भर हजारों गन्ना किसान  मिल के फिर से खुलने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। किसी को भी उन किसानों की दुर्दशा की परवाह नहीं है जो अब मजदूरों के रूप में काम करने के लिए दूसरे राज्यों में पलायन करने को मजबूर हैं। वह मिल जो 1.2 लाख टन गन्ने की पेराई करने में सक्षम है और नयागढ़ और उसके आसपास के जिलों की कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, धीरे-धीरे अपना अस्तित्व खो रही है।

मिल पर निर्भर हजारों किसान अब कहीं नहीं बचे हैं। वहीं, सुरक्षा के अभाव में चीनी मिल से करोड़ों रुपये के उपकरण व मशीनरी चोरी होने की खबर है।किसानों ने कहा की, हमने अपनी आजीविका चीनी मिल से अर्जित की। लेकिन अब, हमें अपनी उपज को बिचौलियों को सस्ते दामों पर बेचने के लिए मजबूर किया जाता है।ओडिशा सरकार ने 1980 में स्थापित  चीनी मिल को नयागढ़ शुगर कॉम्प्लेक्स लिमिटेड के मालिक त्रैलोक्य मिश्रा को मात्र 5 करोड़ रुपये में बेच दिया। बाद में, कंपनी ने कथित रूप से 20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की और भाग गई, जबकि मिल के किसानों और कर्मचारियों को आज तक उनका बकाया नहीं मिला है।

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