लखनऊ: 2024 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनावों से पहले, उत्तर प्रदेश सरकार 2023-2024 सीज़न के लिए गन्ने के राज्य-सलाह मूल्य (SAP) में बढ़ोतरी करने की संभावना है। SAP गन्ना खरीद के बदले किसानों को मिलों द्वारा भुगतान की जाने वाली कीमत है। यह केंद्र सरकार द्वारा तय उचित एवं लाभकारी मूल्य (FRP) से अधिक होती है।
डेली पायनियर में प्रकाशित खबर के अनुसार, चीनी उद्योग के अनुमान के मुताबिक, SAP में 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
2023-24 के लिए SAP में अपेक्षित बढ़ोतरी ने उद्योग के भीतर चर्चा और बहस छेड़ दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन (यूपीएसएमए) के सूत्रों ने कहा कि, यूपी में SAP पर प्रथागत विचार-विमर्श आम तौर पर अक्टूबर में होता है, और इस स्तर पर 25 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि असामान्य रूप से अधिक होगी। उन्होंने बताया कि, वर्षा की कमी ने निस्संदेह पेराई के लिए चीनी की उपज और उपलब्धता को प्रभावित किया है। चीनी उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियाँ बहुआयामी हैं, मौसम की स्थिति चीनी उत्पादन को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है ।
बलरामपुर चीनी लिमिटेड, धामपुर शुगर लिमिटेड, डालमिया भारत शुगर, मवाना शुगर्स और द्वारिकेश शुगर सहित कई प्रमुख चीनी कंपनियां इन गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रही हैं, क्योंकि SAP में कोई भी बदलाव उनके संचालन और लाभप्रदता पर काफी प्रभाव डाल सकता है।
हालांकि, आधिकारिक तौर पर, गन्ना पेराई सीजन (अक्टूबर-सितंबर) 1 अक्टूबर को शुरू हुआ, आने वाले हफ्तों में परिचालन में तेजी आने की उम्मीद है, जो पश्चिमी यूपी से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरे राज्य को कवर करेगा।