पीलीभीत (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश गन्ना विभाग ने एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत राज्य के तीन जिलों में ऐसे गन्ना खरीद केंद्र खोले हैं, जो चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। इसका उद्देश्य किसानों को चौबीसों घंटे गन्ना बेचने की सुविधा देने के साथ ही सड़कों पर गन्ना वाहनों से लगने वाले जाम की समस्या को खत्म करना है। बाद में इस प्रोजेक्ट को राज्य के 45 गन्ना उत्पादक जिलों में लागू करते हुए मॉडल गन्ना आपूर्ति केंद्र स्थापित किए जाने की योजना है। गौरतलब है कि अब तक खरीद केंद्रों पर सिर्फ सुबह से शाम तक ही किसान अपने गन्ने की बिक्री कर पाते थे।
उत्तर प्रदेश के एडिशनल गन्ना आयुक्त वाईएस मलिक ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश की सभी 119 चीनी मिलों के हर गन्ना आपूर्ति सर्कल में कम से कम एक मॉडल गन्ना केंद्र स्थापित किया जाएगा। प्रोजेक्ट को अगले पेराई सत्र तक पूरा करने का लक्ष्य है। अब तक तीन जिलों में पांच मॉडल केंद्र शुरू किए गए हैं, जिनमें एक-एक हरदोई और बागपत में तथा तीन लखीमपुर खीरी में हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत, ठीक से काम नहीं कर रहे दो-तीन मौजूदा केंद्रों को मिलाकर एक मॉडल गन्ना खरीद केंद्र स्थापित करने की योजना है।
मलिक ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य खरीद केंद्रों और सड़कों पर गन्ना लदे वाहनों से लगने वाले जाम की समस्या को खत्म करना तथा खरीद में देरी के कारण गन्ना सूखने से किसानों को होने वाले नुकसान और कम तौल की शिकायतों को दूर करना है। मिलों में गन्ने की शीघ्र आपूर्ति के लिए इन मॉडल गन्ना खरीद केंद्रों पर पर्याप्त कर्मचारियों की नियुक्ति करने के साथ ही, गन्ना ढुलाई के लिए ट्रकों और गन्ने की लदाई के लिए पर्याप्त संख्या में मजदूरों की व्यवस्था भी की जाएगी।
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