उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों ने 20% एथेनॉल सम्मिश्रण लक्ष्य को पूरा करने के लिए वित्तीय सहायता मांगी

लखनऊ : उत्तर प्रदेश (यूपी) में 120 चीनी मिलें हैं और एथेनॉल उत्पादन की कुल मात्रा सालाना 175 करोड़ लीटर है। सोमवार को तेल मिल कंपनियों (OMC) ने 2022-23 के लिए 400 करोड़ लीटर एथेनॉल के प्रस्तावित आवंटन की पहली सूची जारी की, जिसमें यूपी का योगदान कुल आवंटन का 18% है, जो देश में सबसे अधिक है। उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है। यूपी पहली सूची के मुताबिक ओएमसी को 71 करोड़ लीटर एथेनॉल उपलब्ध कराएगा और आने वाले महीनों में इसकी मात्रा बढ़ेगी।

जैव ईंधन पर नीति आयोग की राष्ट्रीय नीति के अनुसार, 2025-26 तक 20% सम्मिश्रण प्रतिशत का लक्ष्य है और एथेनॉल की आवश्यकता 1,016 करोड़ लीटर होगी। वर्तमान में यह 10% है। चीनी उद्योग ने अगले तीन वर्षों में एथेनॉल उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता मांगी है।

द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, UPSMA के महासचिव दीपक गुप्तारा ने कहा, 20% सम्मिश्रण निश्चित रूप से एक आक्रामक लक्ष्य है, जिसके लिए हमें एथेनॉल की अतिरिक्त मात्रा का उत्पादन बढ़ाने के लिए अपनी मिलों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता है। अगर सरकार वित्तीय रूप से हमारा समर्थन करती है, तो यह एक प्राप्त करने योग्य लक्ष्य है।

 

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