लखनऊ: मा. मुख्यमंत्री उ.प्र. योगी आदित्यनाथ द्वारा गन्ना शोध को किसान हितपरक बनाने हेतु दिये गये आदेषों एवं तत्क्रम में मा. मंत्री चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास श्री सुरेष राणा द्वारा उन्नत गन्ना किस्में एंव उनका बीज प्रचुर मात्रा में किसानों को उपलब्ध कराने हेतु निर्देषित किया गया है। इस सम्बन्ध में प्रदेष के अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने गन्ना शोध परिषद, शाहजहाॅपुर की समीक्षा बैठक में बताया कि गन्ना किसानों को रोग व कीट रहित उच्च गुणवत्ता कर बीज गन्ना उपलब्ध कराना हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में है, उन्होने गन्ना शोध परिषद के निदेषक एवं वैज्ञानिकेां को निर्देषित किया कि नई गन्ना किस्मों को किसानों तक त्वरित गति से पहुचाने हेतु बसन्तकाल में बीज गन्ने के उत्पादन के साथ-साथ गन्ने की पौध भी किसानों को उपलब्ध कराई जाय, जिससे कि प्रदेष के गन्ना किसान लाल सड़न रोग से प्रभावित गन्ना किस्म को. 0238 के स्थान पर नई किस्मों का उत्पादन बढा सके।
श्री भूसरेड्डी ने उर्वरकों के संतुलित रुप में प्रयोग पर बल देते हुए कहा कि अधिक से अधिक किसानों के खेतों की मृदा का परीक्षण सुनिष्चित किया जाय, जिससे किसानों को यह ज्ञात हो सके कि उसके खेत की मृदा में किस तत्व की कमी है जिससे वह उसकी पूर्ति कर उत्पादन में वृद्वि कर सकें। गन्ना शोध परिषद द्वारा उत्पादित जैव उत्पाद ट्राइकोडर्मा, मेटाराइजियम, वाबेरिया बैसियाना, ट्राइकोकार्ड तथा जैव उर्वरक एजोटोबैक्टर, पी.एस.पी आदि के वृहद स्तर पर उत्पादन हेतु भी समीक्षा बैठक में निर्देषित किया गया।
श्री भूसरेड्डी द्वारा प्रदेष में गन्ना शोध परिषद के अन्य क्षेत्रीय केंद्रों यथा सेवरही, मुजफफरनगर, गोला, लक्ष्मीपुर, अमहट, कटयासादात, पिराइच, सिरसा, बलरामपुर आदि पर शोध गतिविधियाॅ बढाने तथा एक विस्तृत डेवलेपमेन्ट प्लान 30 नवम्बर तक प्रस्तुत करने के निर्देष दिये गये हैं, जिससे इन केन्द्रो पर भी वृहद स्तर पर बीज गन्ना उत्पादन एवं अन्य वैज्ञानिक गतिविधियाॅ बढायी जा सके।
श्री भूसरेड्डी ने समीक्षा बैठक में उपस्थित सभी वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गन्ना किसान हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता किसान है इसलिए विभाग की शोध गतिविधियाॅ किसान हितपरक होनी चाहिए। समीक्षा बैठक में निदेषक, गन्ना शोध परिषद, शाहजहाॅपुर, डा.जे.सिंह, अपर गन्ना आयुक्त, श्री वाई.एस.मलिक, श्री वी. के. शुक्ल, तथा वित्त नियंत्रक समेत गन्ना शोध से जुड़े समस्त वैज्ञानिक उपस्थित रहे।