लखनऊ: उत्तर प्रदेश की गन्ना उत्पादकता में प्रति हेक्टेयर चार क्विंटल तक बढ़ोतरी हुई है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में 2020-21 में औसत गन्ना उत्पादन 815 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पहुंचने के साथ गन्ने की खेती एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई। पिछले वित्त वर्ष में औसत गन्ना उत्पादन 811 क्विंटल प्रति हेक्टेयर था। जिसमें इस साल प्रति हेक्टेयर चार क्विंटल तक हुई बढ़ोतरी हुई है।
पश्चिम यूपी क्षेत्र में शामली जिला 1,004 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गन्ने का उत्पादन करके चार्ट में सबसे ऊपर है, इसके बाद मुजफ्फरनगर में 923.20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर दर्ज किया गया है। शीर्ष 10 जिलों में से नौ कृषि रूप से समृद्ध पश्चिमी यूपी से हैं। राज्य में कुल 45 गन्ना उत्पादक क्षेत्र हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गन्ना विकास) संजय भूसरेड्डी ने कहा कि, उच्च गन्ना उत्पादन फसल काटने की प्रथा का परिणाम था जिसका उपयोग 2020-21 गन्ना खेती के मौसम में किया गया था। उन्होंने कहा कि, गन्ना मूल्य का समय पर भुगतान और किसानों को नई फसल तकनीकों से जोड़ने के कारण गन्ना उत्पादन में वृद्धि हुई है।
गन्ना आयुक्त ने बताया कि प्रदेष की औसत उपज में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके लिये फील्ड स्तर पर कार्यरत विभागीय अधिकारियों एवं कार्मिकों के साथ-साथ प्रदेष के गन्ना किसान भी बधाई के पात्र है, जो गन्ने के खेतों में दिन-रात मेहनत कर गन्ने की पैदावार को निरन्तर बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका अदा कर रहे है।
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