उत्कृष्ट कार्य योजना के परिणाम घोषित: 11 चीनी मिलें, 5 गन्ना किसान, 4 सहकारी गन्ना विकास समितियाँ, 11 महिला स्वयं सहायता समूह बने विजेता

प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी श्री संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा शासन की मंशानुसार चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास से संबंधित विकास कार्यों को गति प्रदान करने तथा गन्ना कृषकों, सहकारी गन्ना विकास समितियों, चीनी मिलों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित करने तथा स्वस्थ प्रतिस्पर्धा उत्पन्न करने के उद्देश्य से उत्कृष्ट कार्य हेतु इस योजना को प्रदेश में लागू किया गया है। गन्ना विकास विभाग द्वारा प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 05 प्रगतिशील गन्ना किसान, 04 सहकारी गन्ना विकास समितियाँ एवं 11 चीनी मिलों एवं 11 महिला स्वयं सहायता समूहों के नामों की घोषणा की गयी है।

इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि इस योजनान्तर्गत कृषक संवर्ग में गन्ना कृषकों के मध्य गन्ना उत्पादकता एवं विभिन्न अन्य मानकों के आधार पर श्री रामपाल पुत्र बैजनाथ-लखीमपुर को प्रथम पुरस्कार विजेता घोषित किया गया है। द्वितीय पुरस्कार हेतु श्री रतन पाल पुत्र झगडू सिंह-बुलन्दशहर एवं तृतीय पुरस्कार हेतु श्री नगेन्द्र पुत्र रघुवंश-बुलन्दशहर, श्री सुभाष चन्द्र पुत्र रामपाल-बिजनौर एवं श्री जसकरन सिंह पुत्र गुरदीप सिंह-पीलीभीत के नामों की घोषणा संयुक्त विजेता के रूप में की गयी है। उत्कृष्ट योजनान्तर्गत गन्ना कृषकों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार हेतु क्रमशः रू.51,000, रू.31,000, रू.21,000 की धनराशि एवं स्मृति चिह्न तथा प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने यह भी बताया कि योजनान्तर्गत सहकारी गन्ना विकास समितियों के मध्य आवंटित लक्ष्य, ऋण वितरण, टी.डी.एस., रिफण्ड एवं विभिन्न अन्य मानकों के आधार पर सहकारी गन्ना विकास समिति लि., ऊन-मुजफ्फरनगर एवं सहकारी गन्ना विकास समिति-नूरपुर-बिजनौर को संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार, सहकारी गन्ना विकास समिति, स्वाऱ-रामपुर को द्वितीय एवं सहकारी गन्ना विकास समिति लि., पलिया-लखीमपुर को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। उत्कृष्ट योजनान्तर्गत सहकारी गन्ना विकास समितियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार स्वरूप क्रमशः रू.51,000, रू.31,000, रू.21,000 की धनराशि एवं स्मृति चिह्न तथा प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाएगा।

प्रदेश में संचालित चीनी मिलों में से परफार्मेंस एवं विभिन्न अन्य मानकों के आधार पर चीनी मिल टिकौला-मुजफ्फरनगर, एल.एच. शुगर मिल लि.-पीलीभीत एवं चीनी मिल रूपापुर-हरदोई को संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार, चीनी मिल त्रिवेणी इंजीनियरिंग एण्ड इन्डस्ट्रीज लि., खतौली-मुजफ्फरनगर, द्वारिकेश शुगर मिल बहादरपुर-बिजनौर, चीनी मिल मनकापुर-गोण्डा को संयुक्त रूप से द्वितीय पुरस्कार एवं त्रिवेणी शुगर मिल साबितगढ़- बुलन्दशहर, त्रिवेणी इंजीनियरिंग एण्ड इन्डस्ट्रीज लि., रानीनांगल-मुरादाबाद, द्वारिकेश शुगर इन्डस्ट्रीज फरीदपुर-बरेली, चीनी मिल रामगढ़-सीतापुर एवं चीनी मिल मैजापुर-गोण्डा को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार प्रदान किये जाने की घोषणा की गयी है। विजेता चीनी मिलों को स्मृति-चिह्न तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा।

प्रदेश में गन्ने की खेती से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों को भी इस वर्ष उत्कृष्ट कार्य योजना में शामिल किया गया है। महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्य संख्या, सीडलिंग उत्पादन, अभिलेखों के रख-रखाव एवं विभिन्न अन्य मानकों के आधार पर इस श्रेणी के विजेताओं का चयन किया गया है। विजेता समूहों में दशमेष महिला स्वयं सहायता समूह-लखीमपुर को प्रथम पुरस्कार, पार्वती महिला स्वयं सहायता समूह-मेरठ, रानी लक्ष्मीबाई महिला स्वयं सहायता समूह -बिजनौर, अन्नपूर्णा महिला स्वयं सहायता समूह-बरेली, अभिप्रेरण महिला स्वयं सहायता समूह-लखीमपुर, प्रेरणा महिला स्वयं सहायता समूह-गोण्डा को संयुक्त विजेता के रूप में द्वितीय पुरस्कार एवं जागृति महिला स्वयं सहायता समूह-बिजनौर, सरस्वती महिला स्वयं सहायता समूह-बरेली, जय बाला जी महिला स्वयं सहायता समूह-हरदोइ, मां वैष्णों महिला स्वयं सहायता समूह-गोण्डा, आदि शक्ति स्वयं महिला सहायता समूह-बस्ती को संयुक्त विजेताओं के रूप में तृतीय पुरस्कार प्रदान किया जायेगा।

गन्ना आयुक्त ने यह भी बताया कि इस योजना के 04 संवर्गों के पुरस्कारों का वितरण लखनऊ में विभाग द्वारा आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में किया जायेगा।

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