मेरठ, उत्तर प्रदेश: उप गन्ना आयुक्त सहारनपुर ओपी सिंह ने किसानों को गन्ने की अच्छी पैदावार के लिए पोटाश इस्तेमाल की सलाह दी। गांव ताजपुर के किसानों से वार्ता में उन्होंने कहा कि अब जैविक पोटाश भी उपलब्ध है, उसका उपयोग भी किया जा सकता है। अभी जो फसल का समय है, उसमें गन्ने की लाइनों पर मिट्टी चढ़ाई जा रही है। गन्ने में मिट्टी चढ़ाई के समय पोटाश लगाना उत्तम रहेगा। उप गन्ना आयुक्त ने गन्ने के खेत का निरीक्षण कर कहा कि, पोटाश से गन्ना स्वस्थ रहता है और उसका वजन भी बढ़ता है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसान बृजपाल ने बताया कि उन्होंने गन्ना प्रजाति 15023 लगाई है और इस वर्ष उनकी पैदावार 1050 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रही है। इस प्रजाति में बीमारी भी बहुत कम आती है। उप गन्ना आयुक्त ने किसानों से कहा कि, गन्ने में लगने वाले कण्डुआ रोग(स्मट) से भी फसल को जरूर बचाएं। इसकी पहचान के लक्षण, यह फफूंद जनित रोग है। गन्ने की अगोले के ऊपरी भाग से काला कोड़ा निकलता है जो कि सफेद पतली झिल्ली द्वारा ढका होता है।