बागपत: उत्तर प्रदेश में कई चीनी मिलों के विस्तारीकरण पर जोर दिया जा रहा है ताकि गन्ना पेराई सुचारु रूप से हो सके और अब इस कड़ी में बागपत चीनी मिल का भी नाम जुड़ गया है। बागपत मिल का 64 साल बाद विस्तारीकरण कराया जाएगा।
चीनी मिल के विस्तारीकरण के लिए शासन को 65 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसके लिए शासन से मंजूरी मिल गई है। मिल का विस्तारीकरण होने से मिल की पेराई क्षमता 25 हजार क्विंटल से बढ़कर 35 हजार क्विंटल हो जाएगी, जिससे 22 हजार किसानों को फायदा मिलेगा।
मिल पुरानी होने के कारण मिल के केंद्राें को अन्य चीनी मिल को आवंटित करना पड़ता है, जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। और इसका समाधान पाने के लिए किसानों द्वारा विस्तारीकरण की मांग की जा रही थी जो अब पूरा होता हुआ नजर आ रहा है। अब शासन द्वारा 65 करोड़ रुपये का प्रस्ताव की मंजूरी मिलने के बाद विस्तारीकरण का काम शुर हो जाएगा जिसके कारण अब मिल के केंद्रों के गन्ना को अन्य चीनी मिल को आवंटित नहीं करना पड़ेगा।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वीपी पांडेय, मिल प्रबंधक ने कहा की मिल के विस्तारीकरण के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया था, जिसे मंजूरी मिल गई है। मिल का विस्तारीकरण होने से मिल में गन्ने की पेराई क्षमता दस हजार क्विंटल प्रतिदिन बढ़ जाएगी।