अम्बेडकनगर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के खिलाफ प्रशासन द्वारा काफी सख्त रुख़ आपनाया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। अम्बेडकनगर में भी पेराई सीजन के चलते प्रशासन अलर्ट मोड़ पर काम कर रहा है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिला गन्ना अधिकारी डॉ. हरिकृष्ण गुप्ता ने कहा कि पराली व गन्ने की पत्तियां जलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति नष्ट होती है और मित्र कीट मर जाते हैं। फसल अवशेष जलाने पर किसान के ऊपर जुर्माना भी लगता है। उन्होंने किसानों से ट्रेस मल्चर का प्रयोग करके पत्तियों को खेत में ही सड़ाने का सुझाव दिया है। जिला गन्ना अधिकारी डा. हरिकृष्ण गुप्ता ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि गन्ना किसान पत्तियां जलाते हैं तो शिकायत मिलने पर उनका सट्टा बंद कर दिया जाएगा।