मुजफ्फरनगर : उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सीजन शुरू होने के साथ साथ किसान और किसान संगठनों द्वारा गन्ना मूल्य बढाने की मांग भी तेज हो गई है। भाकियू अराजनैतिक ने 450 रुपये गन्ना मूल्य (Sugarcane SAP) की मांग के लिए पैदल मार्च निकाला। इस अवसर पर आंदोलनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान से डीएम कार्यालय तक भाकियू अराजनैतिक ने गन्ना मूल्य के लिए पैदल मार्च निकालकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम लिखित मांगपत्र सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को सौंपा। संगठन ने गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग रखी।आंदोलनकारियों ने मांग पूरी न होने पर आंदोलन अधिक तेज करने की चेतावनी दी।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, किसानों ने कहा कि गन्ने का भाव वर्तमान में चीनी मूल्य के आधार पर नहीं, बल्कि सह उत्पादों के आधार पर किया जाना चाहिए। गन्ने से एथेनॉल, चीनी, शराब, बिजली, गैस आदि का उत्पादन किया जा रहा है। खेती की लागत हर वर्ष महंगाई सूचकांक से भी अधिक बढ़ रही है। उत्पादन लागत अधिक होने के कारण वर्तमान मूल्य से किसानों को घाटा हो रहा है। गन्ना मूल्य का निर्धारण अभी तक नहीं किया गया है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष गन्ने से बनने वाले सभी उत्पादों के मूल्य में वृद्धि हुई है। उर्वरक, कीटनाशक, खरपतवार नाशक, कृषि की मजदूरी में भी लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि होने के कारण गन्ना उत्पादन लागत में भी भारी वृद्धि हो गई है। विनीत त्यागी, संजीव सहरावत, बिट्टू त्यागी, विनय त्यागी, अवधेश त्यागी, दिनेश त्यागी, कपिल त्यागी, मोहित त्यागी, जाकिर त्यागी मौजूद रहे।