लखनऊ: Bhartiya Kisan Union (BKU) ने चालू गन्ना पेराई सत्र 2023-24 के लिए राज्य सलाहकार मूल्य (SAP) के शीघ्र निर्धारण के लिए राज्य सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए अभियान तेज कर दिया है। नवंबर में उत्तर प्रदेश में गन्ने की पेराई शुरू होने के बावजूद SAP की घोषणा होनी बाकी है। भाकियू चालू सीजन के लिए गन्ना मूल्य में वृद्धि और घोषणा की मांग को लेकर पश्चिमी यूपी के जिलों में तहसील स्तर पर पंचायतें आयोजित कर रहा है। भाकियू (टिकैत गुट) का कहना है कि, SAP की घोषणा में देरी को लेकर किसानों में नाराजगी है।
द पायनियर में प्रकाशित खबर के मुताबिक, चीनी उद्योग के अनुमान के मुताबिक SAP में 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी होने की संभावना है। SAP में बढ़ोतरी को उद्योग द्वारा आसानी से अवशोषित किया जा सकता है और साथ ही किसानों को भी फायदा होगा क्योंकि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चीनी की कीमत ऊंची चल रही है। केंद्र सरकार ने घरेलू बाजार में चीनी की कीमत को नियंत्रण में रखने के लिए पहले ही चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।हालाँकि, उद्योग में हर कोई इस बात से आश्वस्त नहीं है कि इतनी बड़ी वृद्धि होने की संभावना है।
द पायनियर की न्यूज रिपोर्ट में कहा गया है की यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन (UPSMA) के एक सूत्र ने कहा कि, उत्तर प्रदेश में SAP पर प्रथागत विचार-विमर्श आमतौर पर अक्टूबर में होता है, और इस स्तर पर 25 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि असामान्य रूप से अधिक होगी।