गोरखपुर: गन्ना फसल का बढ़ता खर्च और गन्ना बिलों के भुगतान में देरी से परेशान उत्तर प्रदेश के किसान गन्ने की खेती से ऊब चुके है, और उन्होंने अब अपना मोर्चा सब्जी की तरफ निकाला है। संतकबीरनगर जिले के उत्तरांचल क्षेत्र में पहले बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती हुआ करती थी, लेकिन खलीलाबाद चीनी मिल बंद होने के बाद किसानों ने गन्ना फसल से मुह मोड़ लिया है। मौजूदा समय में कुछ सीमित किसान गन्ने में खेती करते हैं और खुद ही कोल्हू चलाकर गुड़ बनाने का कार्य करते हैं। ज्यादा तर किसानों ने गन्ने की जगह सब्जियों की खेती की तरफ रुख कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, औरही, टडवा, अछिया, विसौवा, भठवा, जमुअरिया, रौना, डडिया, ददरा, कुडवा आदि ऐसे कई गांव हैं, जहां के किसान अब सब्जी की खेती कर रहें है। कई जगहों पर गुड़ बनाने का कारोबार फलफूल रहा है। किसानों को सब्जी से भी अच्छी आय हो रही है। किसान केला, कुनरु, अरुई, आलू ,गोभी आदि सब्जियों की खेती करके अपनी आजीविका चला रहे हैं। खलीलाबाद के विधायक दिग्विजय नारायणने कहा कि, चीनी मिल बंद होने से जिले के किसानों का रुझान गन्ने की खेती के प्रति कम हुआ है। वह शुरू से ही चीनी मिल को पुन: स्थापित कराने की दिशा में प्रयास कर रहे है।