शाहजहांपुर : महंगाई और फसल लागत में हुई बढ़ोतरी से परेशान गन्ना किसानों को बड़ी राहत देनेवाली खबर है। उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान ने गन्ने की एक नई किस्म को.शा.18231 विकसित की है, जिससे किसानों को गन्ने का बंपर उत्पादन मिलेगा। साथ ही मिलों को भी अच्छा चीनी परता मिलेगा। यह किस्म लाल सड़न रोग प्रतिरोधी है। आपको बता दे की, किसानों के लिए गन्ने की इस नई किस्म की पहचान करना बेहद आसान है। इसके गन्ने का रंग सफेद और पोरियों पर काले धब्बे दिखाई देते हैं। गन्ने की आंख त्रिभुजाकार होती है। आंख के ऊपर पोरी पर नाली जैसा आकार बना रहता है।इसका गन्ना मोटा होता है।
हिंदी न्यूज़ 18 में प्रकशित खबर के अनुसार, उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के प्रसार अधिकारी डॉ.संजीव कुमार पाठक ने बताया कि गन्ने की नई किस्म को.शा.18231 जिसे हाल ही में शाहजहांपुर गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है। यह किस्म किसानों की पसंदीदा किस्म को.0238 की तरह ही बंपर उत्पादन और चीनी मिलों को अच्छा चीनी परता देने वाली किस्म है। इस किस्म का बीज उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान शाहजहांपुर द्वारा हाल ही में किसानों को वितरित भी किया गया है। को.शा. 18231 की एक हेक्टेयर गन्ने की फसल से 900 से 920 क्विंटल तक उत्पादन मिलने की संभावना है। इससे 13.42 प्रतिशत चीनी परता रिकवर किया गया है। ये किस्म लाल सड़न रोग प्रतिरोधी है। इसका गन्ना मोटा, जमाव बेहतर और ज्यादा कल्ले करने की क्षमता रखती है।