लखनऊ : गन्ना भुगतान में देरी से नाराज किसानों ने शुक्रवार को सीतापुर जिले में महमूदाबाद सहकारी चीनी मिल के खिलाफ प्रदर्शन किया। किसानों ने कहा कि, गन्ना पेराई का मौसम इस महीने की शुरुआत में समाप्त हो गया था, लेकिन 15 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान लंबित था। मानदंडों के अनुसार, खरीद के 14 दिनों के भीतर भुगतान को मंजूरी दे दी जानी चाहिए। किसान अनाज मंडी में जमा हो गए और अपनी मांग के समर्थन में मार्च निकाला। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए। किसानों ने कहा कि, इस साल उन्हें गेहूं, सरसों और आलू की फसल का नुकसान हुआ है और अब गन्ने का भुगतान अटका हुआ है।
न्यूज क्लिक में प्रकाशित खबर के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने कहा, सरकार ने किसानों की दुर्दशा पर कोई ध्यान नहीं दिया है। हम लगभग एक महीने से धरना दे रहे हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। किसान मंच के जिला सचिव अंबुज श्रीवास्तव ने कहा, हर साल गन्ना किसानों को अपने भुगतान के लिए विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर किया जाता है। गन्ना-पेराई 20 मई को समाप्त हो गई, और 15 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान अभी भी बकाया है। किसानों को उनके खर्चों को पूरा करने के लिए पैसों की जरूरत है। किसानों ने कहा, हमें केवल आश्वासन दिया जा रहा है। हमने भुगतान के लिए 15 जुलाई को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है।