अलीगढ़: यहां के साथा चीनी मिल को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार औने-पौने दामों में बेचने की साज़िश रच रही है, इसलिए गन्ना पेराई के सीज़न में इसे बार-बार बंद किया जा रहा है। यह आरोप कांग्रेस ने लगाया है और मांग की कि इस मिल के पुनरुद्धार के लिए सरकार तत्काल 300 करोड़ रुपये की मदद जारी करे।
पूर्व सांसद चौ. बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में जिला कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को साथा चीन मिल का दौरा कर बंद पड़ी चीनी मिल का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने चीनी मिल को बेचने की चाल के तहत ही इसे नोएडा की प्राइवेट कंपनी आइसीसी केस्टी को चलाने के लिए दिया तथा अब इसे कौडिय़ों के भाव बेचने की साजिश रची जा रही है। इससे क्षेत्र के किसानों को नुकसान होगा। इसके बजाय सरकार को चाहिए कि वह मिल का पुनरुद्धार करे। उन्होंने सरकार से मिल की क्षमता बढ़ाने और नयी मशीनरी लगाने के लिए 300 करोड़ रुपये की सहायता-राशि मंजूर करने की मांग की।
सिंह ने आरोप लगाया कि प्रभारी गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने इस चीनी मिल को चलाने का वादा किया था, जबकि सरकार इसे बेचने की साजिश रच रही है। इसी वजह से गन्ना पिराई के सीजन में मिल को बार-बार साजिशन बंद किया जा रहा है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मिल के पुनरुद्धार के लिए योगी सरकार से तुरंत 300 करोड़ रुपये जारी करने की मांग की।
उत्तर प्रदेश सरकार कर रही साथा चीनी मिल को बेचने की साजिश यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.