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बहराइच, 1 जुलाई: उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश की सभी चीनी मिलों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर उनकी कार्यदक्षता बढाने के लिए कृत संकल्पित है। इसी कड़ी में सरकार ने सूबे की सभी चीनी मिलों की वित्तीय स्थिति का आँकलन कर वहाँ मौजूद तकनीकी ख़ामियों को यथा संभव दूर करने के निर्देंश दिए गए है। शासनादेश की पालना में गन्ना उत्पादक जनपदों के ज़िलाधिकारियों ने मिलो का दौरा करना शुरु कर दिया है। इसी क्रम में श्रावस्ती सहकारी किसान चीनी मिल नानपारा के ज़िलाधिकारी शम्भु कुमार ने दौरा किया। चीनी मिल के निरीक्षण के बाद बैठक के दौरान चीनी मिल के मुख्य प्रबन्धक प्रदीप त्रिपाठी ने पेराई सत्र 2018-19 में मिल समिति के लक्ष्य प्राप्तियों का विवरण प्रस्तुत करते हुए ज़िलाधिकारी कुमार को बताया कि मिल के इतिहास में सर्वाधिक चीनी परता 1088 प्रतिशत है। इस पर ज़िलाधिकारी ने मिल प्रबंधन को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार चीनी मिलों को बेहतर संचालन के लिए आगे आकर काम कर रही है इसमें चीनी मिलो का सहयोग भी अपेक्षित है।
चीनी मिल प्रबंधन ने कहा कि यह मिल चीनी परता में जनपद में द्वितीय एवं मण्डल में चौथे स्थान पर है। मिल के सभी कर्मियों के सहयोग से मिल के परिचालन में कुल हानि का प्रतिशत 1.94 दर्ज किया गया जो कि मिल के इतिहास में सर्वाधिक कम है।
प्रधान प्रबन्धक श्री त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2017-18 के गन्ना पेराई के सापेक्ष 6.87 लाख कुन्तल ज्यादा पेराई की गयी जो मिल के पेराई इतिहास में दूसरी बार सर्वाधिक पेराई सत्र है। उन्होंने बताया कि अगैती प्रजाति की बुआई अच्छी तरह कराने के परिणामतः वर्ष 2016-17 में जो 22 प्रतिशत थी वो बढ़कर 2017-18 में 65 रही तथा इस पेराई सत्र 2018-19 में बढ़कर 89 प्रतिशत हो गयी है। उन्होंने यह भी बताया कि वित्तीय हानि में रूपये 09.00 करोड़ की कमी आने से प्रोडक्शन कास्ट में रू. 516.00 प्रति कुन्तल की कमी हुई है। चीनी परता अधिक प्राप्त करने के कारण मिल को रू. 5.00 करोड़ की अतिरिक्त प्राप्तियाॅ भी हुईं।
ज़िलाधिकारी शंभु कुमार ने मिल कर्मियों की कार्यकुशलता एवं सूझबूझ की सराहना करते हुए कहा कि आपने गन्ना किसानों का हित ध्यान में रखते हुए लम्बा सीज़न होने के बावजूद सभी किसानों का गन्ना पेरकर ही मिल को बन्द किया गया। ज़िलाधिकारी शंभु कुमार ने विगत पेराई सत्र में चीनी मिल द्वारा अर्जित की गयी उपलब्धियों पर ख़ुशी व्यक्त करते हुए सभी मिल कर्मियों को बधाई दी और चीनी मिल के अधुनिकीकरण के लिए वित्तीय मदद का भी भरोसा दिलाया।