लखनऊ: उत्तर प्रदेश के योगी सरकार ने छात्रों के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत राज्य विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के स्नातक व परास्नातक कक्षाओं के साथ चीनी मिलों एवं गन्ना विभाग के संस्थानों में इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा। यह इंटर्नशिप कम से कम 21 और अधिक से अधिक 60 दिनों की होगी। इसमें 75 प्रतिशत उपस्थिति भी अनिवार्य होगी। इंटर्नशिप प्रोग्राम के तहत स्नातक (यूजी) व स्नातकोत्तर (पीजी) एवं समकक्ष प्रोफेशनल कोर्स में अध्ययनरत विद्यार्थियों को मौका मिलेगा। यह कृषि, विपणन, लेखा, विधि, कम्प्यूटर, पत्रकारिता, शर्करा, तकनीकी, अभियंत्रण व सांख्यिकी आदि विषयों से संबंधित है। मैकेनिकल, इलेक्ट्रानिक्स, सिविल, इंस्ट्रूमेंटेशन, पर्यावरण, शुगर टेक्नालॉजी, अल्कोहल टेक्नालॉजी, सीए, एमबीए व कृषि आदि से संबंधित छात्रों की इंटर्नशिप सहकारी चीनी मिल्स संघ व राज्य चीनी निगम लिमिटेड की चीनी मिलों में कराई जाएगी।
इंटर्नशिप कराने वाले संस्थानों में सीटों का निर्धारण भी कर दिया गया है। शासन के उच्च शिक्षा विभाग ने निदेशक उच्च शिक्षा को चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग की तरफ से तैयार किए गए इंटर्नशिप प्रोग्राम (प्रशिक्षु कार्यक्रम) का लाभ छात्रों को दिलाने के निर्देश दिए हैं। गन्ना विभाग ने इसमें यह शर्त भी रखी है कि ठीक पिछले सेमेस्टर की परीक्षा में विद्यार्थी के न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक होने चाहिए। इच्छुक अभ्यर्थियों को गन्ना विभाग की वेबसाइट (http://www.upcane.gov.in/) पर केवल आनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन स्वीकार करने या अस्वीकार करने की सूचना भी आनलाइन ही दी जाएगी। अभ्यर्थी साल में केवल एक बार ही आवेदन कर सकेंगे, और इंटर्नशिप सफलतापूर्वक पूरी हो जाने के बाद विभाग द्वारा प्रशिक्षण प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा।