लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश: जिले में आई बाढ़ से गन्ना फसल प्रभावित हुआ है, और इससे कई किसानों को आर्थिक नुकसान हुआ है। गन्ना उत्पादन में गिरावट का सीधा असर चीनी उत्पादन पर होने की संभावना है।
गन्ना विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वे करने के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी है। रिपोर्ट में जिले में बाढ़ से गन्ना और अन्य फसल को नुकसान होना बताया गया है। जिले में इस बार दो बार बाढ़ आई। गन्ना किसान राज्य सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, गन्ना विभाग ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में फसल नुकसान का सर्वे कराया है। सर्वे के अनुसार, जिले में 908 हेक्टेयर रकबा पूरी तरह से खराब हो गया है। वहीं 20,321 हेक्टेयर फसल 50 से 75 फीसदी तक खराब हुई है। सर्वे में सामने आया है कि 25482 हेक्टेयर गन्ने की फसल को 25 से 50 फीसदी तक नुकसान हुआ है। जुलाई व सितम्बर महीने में आई बाढ़ से गन्ने की फसल का नुकसान अगर देखा जाए तो सबसे ज्यादा ऐरा, बजाज व सहकारी चीनी मिलों के क्षेत्र में हुआ है। जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने कहा कि, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गन्ने की फसल को हुए नुकसान का सर्वे कराने के बाद शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। गन्ने की फसल को नुकसान होने के कारण इसका असर जिले में इस बार चीनी उत्पादन पर भी पड़ेगा।