अमरोहा, उत्तर प्रदेश: लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना विभाग में दो साल पूर्व हुए पौने पांच करोड़ रुपये के घोटाले में एक और गिरफ्तारी हुई है। मामले में जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने वरिष्ठ ज्येष्ठ गन्ना निरीक्षक प्रीतम सिंह को बुधवार शाम गजरौला से गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दे की, चेकों में रकम की हेराफेरी से जुड़ा चर्चित मामला 15 जून 2022 का है। इसका खुलासा ऑडिट के दौरान हुआ था। गजरौला में कार्यरत वरिष्ठ ज्येष्ठ गन्ना अधिकारी प्रीतम सिंह के हस्ताक्षर किए गए चेकों में ओवरराइटिंग की गई थी। 8900 और 9800 रुपये के दो अलग-अलग चेक काटे गए थे। उस वक्त कार्यालय में तैनात बाबू आशीष ने चेकों में रकम बढ़ाकर बैंक से भुगतान प्राप्त कर लिया था।
8900 वाले चेक में उसी पैन से पहले 80 लिख दिया था जबकि 9800 रुपये के चेक में पहले 60 जोड़ दिया था। इसी तरह से विभाग में करीब पौने पांच करोड़ रुपये का घोटाला किया गया था। विभाग स्तर के साथ ही घोटाले की जांच के लिए तब एसआइटी का गठन भी किया गया था। चेकों में रकम की हेराफेरी करने वाले बाबू आशीष का पुलिस इस मामले में पहले ही चालान कर चुकी है। फिलहाल, इस घोटाले की जांच सीओ अभिषेक कुमार द्वारा की जा रही थी। सबूत जुटाने के बाद बुधवार शाम क्राइम ब्रांच टीम ने घोटाले के वक्त तैनाती पर रहे बुलंदशहर निवासी वरिष्ठ ज्येष्ठ गन्ना निरीक्षक प्रीतम सिंह को गजरौला से गिरफ्तार कर लिया। एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि की।