मुरादाबाद : गन्ने के रस से बनी आइसक्रीम की बात सुनते ही कई लोगों का आश्चर्य हो सकता है। कुछ लोगों को यह नामुमकिन भी लग सकता है, लेकिन यह मुमकिन हुआ है।सिर्फ मुमकिन ही नही हुआ है, इसका स्वाद लोगों को खूब पसंद भी आ रहा है।गन्ने का रस, मोटा अनाज और गाय का दूध को मिलाकर फ्रोजन प्रक्रिया से गुजारने के बाद आइसक्रीम बनती है। प्रदेश सरकार के आठ साल पूरे होने पर जिला प्रशासन की ओर से आयोजित प्रदर्शनी में यह आइसक्रीम छाई रही। बिलारी के किसान आरेंद्र बड़गोती ने 2023 में यह नवाचार शुरू किया, जो अब देशभर में पहचाना जा रहा है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, प्रदर्शनी में कृषि विभाग की ओर से उन्हें स्टॉल दिया गया। यहां न सिर्फ उन्होंने गन्ने की आइसक्रीम बल्कि यूकेलिप्टस से लेकर फूलों व लीची का शहद भी प्रदर्शित किया। सिरके से बने आचार, कई तरह की चटनी, कंगनी व कोदो से तैयार लड्डू, खांड व गुड़ का स्वाद लोगों की जुबान पर खूब चढ़ा। किसान आरेंद्र ने बताया कि इस क्षेत्र में गन्ना प्रमुख फसल है। 2023 में सरकार ने मिलेट्स को प्रोत्साहित किया, लेकिन किसानों का गन्ने से मोटे अनाज की तरफ जाना बहुत मुश्किल था। ऐसे में उन्होंने बीच का रास्ता निकाला। गन्ना और मिलेट्स को मिलाकर जैविक उत्पाद तैयार किए। पहले रागी फिर समई और धीरे-धीरे कोदो, कंगनी की खेती भी शुरू कर दी। नवाचार को विभिन्न मंचों पर प्रदर्शित किया तो जिला प्रशासन ने इसे सराहा। आरेंद्र ने बताया कि गन्ने व मोटे अनाज से बने उनके उत्पाद दिल्ली, नोएडा, करनाल, अंबाला, मुंबई समेत विभिन्न शहरों में जा रहे हैं।