बाराबंकी : राज्य सरकार ने रामनगर में स्थित 18 साल से बंद बुढ़वल चीनी मिल पीपीपी मॉडल पर चलाने की योजना बनाई है। भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार, मिल के सुरक्षा गार्ड जयनारायण मिश्र के बताया की, यह मिल समाजवादी सरकार के दौरान नीलाम कर दी गई थी। मिल की बिल्डिंग पूरी तरह जर्जर हो चुकी है, और मिल सुरक्षा के लिए 12 गार्ड तैनात हैं।
रामनगर के एसडीएम ने मिल की जमीनों से अवैध कब्जा हटवाया है। चारों तरफ बैरिकेडिंग की गई है। चीनी उद्योग के विशेष सचिव ने बताया कि, मिल को पीपीपी मॉडल पर निजी हाथों में देकर शुरू किया जाएगा। बुढ़वल चीनी मिल की स्थापना 1931 में कानपुर के सेठ दयाराम व दुर्गाशंकर ने 13.24 हेक्टेयर क्षेत्र में की थी। 1979 से निरंतर चल रही यह मिल उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम के अधीन थी। 2007 में घाटे के कारण इसे बंद कर दिया गया।