लखनऊः उ.प्र. के मा. मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदत्त दिशा-निर्देशों एवं मा. मंत्री, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, श्री सुरेश राणा के मार्गदर्शन में गन्ना विकास विभाग द्वारा गन्ना कृषकों की आय में वृद्धि करने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देने हेतु लगातार कार्य किया जा रहा है।
इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, श्री संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा बताया गया कि खाण्डसारी लाइसेंसिंग नीति के सरलीकरण एवं खाण्डसारी लाइसेंसिंग को कम्प्यूटरीकृत करने के परिणामस्वरूप खाण्डसारी इकाईयों के 131 नये लाइसेंस जारी किये गये जिससे 34,550 टी.सी.डी. की अतिरिक्त पेराई क्षमता का सृजन होगा, जो लगभग 8 चीनी मिलों की पेराई क्षमता के समान है। इस सरलीकृत लाइसेंसिंग व्यवस्था के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में खाण्डसारी इकाईयां प्रचुर संख्या में स्थापित हो रही हैं तथा गन्ने की खपत के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों मे रोजगार के नये अवसर सृजित हुये हैं। ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को भी मजबूती मिली है।
उन्होंने यह भी बताया कि गन्ना विभाग द्वारा अब तक 14 महिला उद्यमियों को भी खाण्डसारी इकाइयों हेतु लाइसेंस प्रदान किये जा चुके हैं। इन इकाइयों से प्रतिदिन 4,100 टी.सी.डी. की पेराई क्षमता सृजित होगी। इन खाण्डसारी इकाइयों के संचालन से महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन एवं प्रेरणा मिलेगी तथा सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में भी प्रदेश की महिला उद्यमी कामयाब होंगी। ग्रामीण महिला उद्यमियों के आत्मनिर्भर बनने का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
यह भी उल्लेखनीय है कि खाण्डसारी इकाईयों के लाइसेंस हेतु आवेदनकर्ता खाण्डसारी विभाग की वेबसाइट www.upkhandsari.in पर ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत कर सकता है और ऑनलाइन आवेदन पत्रों पर विभाग द्वारा 100 घण्टे के अन्दर निर्णय लेकर अग्रिम कार्यवाही कर दी जाती है।
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