आजमगढ, उत्तर प्रदेश: दी किसान सहकारी चीनी मिल को पेराई के लिए गन्ने की कमी का सामना करना पड़ रहा है। चीनी मिल बुधवार को भोर में लगभग चार बजे गन्ने के अभाव में बंद हो गई। आपको बता दे की, पेराई को गन्ने की कमी से बीच में ही रोकने से मिल को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
अमर उजाला में प्रकशित खबर के अनुसार, 29 नवंबर को चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ कर दिया गया। शुभारंभ के बाद चार दिनों में लगभग 10 हजार क्विंटल ही गन्ना का जमा हो पाया। चीनी मिल की प्रतिदिन 35 हजार क्विंटल गन्ना पेराई की क्षमता है। मंगलवार को दिन में लगभग दो बजे मिल का संचालन शुरू हुआ और भोर बुधवार भोर में करीब चार बजे मिल नो केन में बंद हो गई। ‘नो केन’ के बाद मिल प्रबंधन गन्ने की आपूर्ति में जुट गया है।