लखनऊ: कम चीनी रिकवरी, डीजल की कीमतों में वृद्धि से चीनी उत्पादन लागत में बढ़ोतरी हुई है, जिससे किसानों को भुगतान करने की उनकी क्षमता प्रभावित हुई है। इसके चलते चीनी मिलों ने राज्य सरकार से वित्तीय सहायता की गुहार लगाई गई है। यूपी सरकार ने वर्तमान चीनी सीजन (अक्टूबर 2020-सितंबर 2021) के लिए गन्ने के लिए राज्य-निर्धारित मूल्य में कुछ भी बदलाव नही किया है और मिलों द्वारा 315 रूपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान करना जारी है।
मंगलवार को जारी एक बयान में, यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन (यूपीएसएमए) ने कहा कि, इस साल लंबे पेराई सत्र के साथ-साथ प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों के कारण चीनी की कम रिकवरी हुई है। विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि, सीजन के अंत तक अंतिम रिकवरी कम से कम 0.5 फीसदी कम हो सकती है। यह पिछले सीजन की तुलना में लगभग 150 रूपये प्रति क्विंटल चीनी उत्पादन की लागत को बढ़ा सकता है।