अमरोहा: उत्तर प्रदेश में तेजी से चल रहे पेराई मौसम में बारिश में रूकावट डालने का काम किया है। बारिश के चलते गन्ना आपूर्ति प्रभावित होने से कई चीनी में ‘नो केन’ की स्थिति पैदा हो गई। इससे मिलों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इतनाही नहीं कई क्रय केंद्रों पर गन्ने की आवक भी कम हो गई है। बिजनौर की चांगीपुर शुगर मिल को 20 घंटे ‘नो केन’ की स्थिति से जूझना पड़ा। अन्य मिलों में उम्मीद से कम गन्ना पहुंचा। ऐसे में मिलों को अधिक इंडेंट जारी कर व्यवस्था दुरुस्त करनी पड़ी।
बारिश ने गन्ने की छिलाई और कटाई पर असर डाला है। किसानों को चीनी मिलों तक अपना गन्ना नहीं पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। गन्ने की आपूर्ति कम होने से शुगर मिलों में पेराई भी कम होने लगी है। शुगर मिलों ने भी नो केन की स्थिति से निपटने के लिए गन्ने की पर्चियों की संख्या बढ़ानी शुरू कर दी है। चांगीपुर स्थित शुगर मिल के अमरोहा में 20 क्रय केंद्र हैं। जहां से रोजाना कई क्विंटल गन्ने की आपूर्ति शुगर मिल को की जाती है।
मौसम के बदलाव के बाद चांगीपुर शुगर को 20 घंटे नो केन की स्थिति से जूझना पड़ा। असमोली शुगर मिल का भी वही हाल है। दि किसान सहकारी चीनी मिल कालाखेड़ा हसनपुर पर पिछले दो दिन पूर्व हुए बूंदाबांदी की वजह गन्ना सेंटरों पर तौल धीमी रही। वेव शुगर मिल मंडी धनौरा में भी गन्ने की आपूर्ति घटी है। मिल में करीब एक लाख क्विंटल गन्ने की पेराई होती है। लेकिन, घटकर 80 हजार पहुंच गई।