नई दिल्ली : चीनी मंडी
उत्तर प्रदेश सरकार ने 100% गन्ने के रस से सीधे एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए डिस्टिलरी स्थापित करने को मंजूरी दी है। गोरखपुर जिले के पिपराइच में उत्तर प्रदेश राज्य शुगर कॉर्प द्वारा स्थापित की जाने वाली डिस्टिलरी की एक दिन में 1,250 टन गन्ने को क्रशिंग और 95,000 लीटर एथेनॉल का उत्पादन करने की क्षमता है। वास्तविक उत्पादन शुरू होने में कम से कम दो साल लगेंगे।
खबरों के मुताबिक, अभी तक डिस्टिलरी स्थापित नहीं की गई है, केवल सरकार की मंजूरी मिली है। पर्यावरण मंजूरी मिलने में कुछ समय लगेगा और इसके बाद डिस्टिलरी का निर्माण शुरू हो जाएगा।
पिछले सप्ताह केंद्र सरकार ने बी- हैवी मोलासेस वाले एथेनॉल की कीमतें 52.43 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 54.27 रुपये प्रति लीटर कर दी हैं और वही दूसरी ओर सी-हैवी मोलासेस वाले एथेनॉल की कीमत 43.46 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 43.75 रुपये लीटर कर दी हैं। गन्ने के रस से सीधे बनने वाले एथेनॉल का भाव 59.48 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता कम करने के लिए केंद्र सरकार ने एथेनॉल की कीमतों में बढ़ोतरी की है। एथेनॉल की दाम में वृद्धि से चीनी मिलों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। एथेनॉल उत्पादन से चीनी अधिशेष को कम करने में भी मदद मिलेगी। केंद्र सरकार का 2030 तक पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रित करने का लक्ष्य है। विशेषज्ञों का मानना है कि एथेनॉल का उत्पादन चीनी मिलों को वित्तीय स्थिति में सुधार करने और गन्ना बकाया को दूर करने में मदद करेगा
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