लखनऊ : चीनी और गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार कुछ मिलों में निर्यात गुणवत्ता वाली चीनी तैयार करने की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा, चीनी मिलों को अधिक लाभ कमाने और आत्मनिर्भर बनने के लिए एथेनॉल उत्पादक डिस्टिलरी इकाइयों को जोड़ा जा रहा है। इस प्रणाली से किसानों की आय भी बढ़ेगी।
मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश फिर से देश में सबसे अधिक गन्ना उत्पादक राज्य बन जाएगा, जो उसने पिछले दो वर्षों के दौरान बनाए रखा। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश के कारण, राज्य कुछ अंकों के अंतर के साथ दूसरे स्थान पर आ गया है।
उन्होंने कहा, जहां 2007 से 2012 के बीच 19 चीनी मिलें बेची गईं, वहीं 2012 से 2017 के बीच 11 चीनी मिलें किसानों को बकाया भुगतान किए बिना बंद कर दी गईं। राज्य में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान गन्ना उत्पादकों को लाभ हुआ है। जब से भाजपा की सरकार बनी है, एक भी मिल न तो बेची गई है और न ही बंद की गई है।
चौधरी ने कहा कि, इसके बजाय आत्मनिर्भर नई मिलें गन्ने की अधिक उपज देने वाली किस्म को सुनिश्चित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही हैं। गन्ने की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अब किसानों को गन्ना खरीद केंद्रों पर सुनिश्चित खरीद के साथ अधिक उपज देने वाली विकसित किस्म का गन्ना उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।