उत्तर प्रदेश बनेगा इथेनॉल उत्पादन में अग्रणी प्रदेश: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ,19 मार्च: भारत कृषि प्रधान देश है। देश की कृषि आधारित अर्थव्यव्था को गति देने में उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान है। इसी बात को ध्यान रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सूबे के किसानों के कल्याण और विकास के लिए कई जनोपयोगी योजनाएं शुरु की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी सरकार के ‘तीन साल बेमिशाल’ रहे है। सरकार ने किसानो के लिए तीन साल में जितनी योजनाएं और विकास के कार्य किए उतने बीते सालों में कभी नहीं हुए। मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार ने स्वच्छ और पारदर्शी प्रशासन देकर बहुत मेहनत करने वाले किसानों के द्वार तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने का काम किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश के गन्ना किसानों के प्रति अपनी संवेदनाएं दर्शाते हुए सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा देने का काम किया था। हर गन्ना उत्पादक जिले में सर्वे कर के चीनी मिलों की स्थिति का आंकलन किया। हमारी सरकार के वक्त प्रदेश में 29 चीनी मिलें बंद थी और 116 चीनी मिलें कार्यरत थी। लेकिन हमने अथक प्रयास करके सभी चीनी मिलों का जीर्णोद्दार करने का काम किया। आज स्थिति ये है कि प्रदेश में चीनी मिलें अच्छे से पेराई कार्य कर रही है। जो चीनी मिलें घाटे में चल रही थी और गन्ना किसानों का बकाया था उन मिलों को हमने इथेनॉल प्लांट लगाने के लिए प्रेरित किया औऱ सस्ती दर पर वित्तीय ऋण प्रदान किया। जिन मिलों के गेट पर ताले लगे थे वो मिलें आज इथेनॉल उत्पादन कर आत्म निर्भर बन रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश इथेनॉल उत्पादन में अग्रणी प्रदेश बनेगा।

प्रदेश के 35 से भी अधिक जिलों में गन्ना की बहुतायत में खेती की जाती है इन जिलों में चल रही है चीनी मिलों में आने वाले वाले दिनों में इथेनॉल प्लांट लगाने की दिशा में काम किया जा रहा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ना किसान और चीनी मिलें एक दूसरे की पूरक है इसलिए दोनों के समानान्तर विकास के लिए सरकार ने समय समय पर नीतिगत निर्णय लेकर जनहित के फैसले लिए है।

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