उत्तराखंड: सहकारी मिलों के गन्ना पेराई में गिरावट, चीनी उत्पादन प्रभावित

देहरादून :प्रदेश की सहकारी चीनी मिलें इस सीजन में गन्ना पेराई में पिछड़ गई है,जिसका सीधा असर चीनी उत्पादन पर हुआ है। आपको बता दे की, पेराई सत्र 2023-24 में सहकारी एवं सार्वजनिक क्षेत्र की चीनी मिलों ने पिछले साल के मुकाबले 43.74 लाख क्विंटल कम गन्ने की पेराई की। गन्ना सचिव विजय कुमार यादव ने गन्ना आयुक्त को वर्तमान पेराई सत्र में पेराई सत्र को लेकर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि, पिछले साल गन्ने की कम पेराई विभागीय कर्मियों की लापरवाही को साबित करता है।

लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, यदि इस वर्ष भी गन्ने की पेराई कम रहती है तो अधिकारी-कार्मिकों का व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

सचिव के अनुसार पिछले सत्र में डोईवाला चीनी मिल ने8.92 लाख क्विंटल, किच्छा चीनी मिल ने 11.81 लाख क्विंटल, बाजपुर चीनी मिल ने 11.45 लाख क्विंटल एवं नादेही चीनी मिल ने 11.56 लाख क्विंटल कम गन्ने की पेराई की थी। इकबाल मिल प्रबंधन को किसानों का बकाया भुगतान के निर्देश गन्ना एवं चीनी विकास सचिव विजय कुमार यादव ने हरिद्वार की इकबालपुर चीनी के प्रबंधन को गन्ना किसानों का वर्ष 2018-19 के बकाया गन्ना मूल्य 106.17 करोड़ रुपये 2023-24 के 20.36 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करने के निर्देश दिए।सचिव ने पिछले वर्ष के बकाया को 15 जुलाई तक अदा करने को कहा है, जबकि वर्ष 2018-19 के बकाया के भुगतान के लिए एक सप्ताह क भीतर ठोस कार्ययोजना शासन को मुहैया कराने के निर्देश दिए है।

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