रूडकी: उत्तर प्रदेश के बाद उत्तराखंड सरकार ने भी गन्ने का एसएपी न बढ़ाने का फैसला किया है, और इस फैसले से गन्ना किसानों में नाराजगी है। उत्तराखंड किसान मोर्चा की मासिक पंचायत में भी राज्य सरकार द्वारा गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ाए जाने पर नाराजगी जतायी गई। पंचायत ने कहा कि, पिछले चार साल से भाव नहीं बढ़ाया गया और सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कह रही है। सरकार के सब दावे खोकले साबित हुए है, किसान खुद ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोर्चा के अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि, गन्ने का जो दर घोषित हुआ है, उससे किसानों को फायदे की जगह नुकसान ही होगा। गन्ने का भाव नहीं बढ़ने से किसानों में गुस्सा हैं। भुगतान को लेकर भी मिलों ने किरकिरी की हैं।