उधम सिंह नगर: पिछले कई महीनों से गन्ना भुगतान की मांग को लेकर परेशान प्रदेश के लाखों गन्ना किसानों को राज्य सरकार ने अनुदान राशी जारी कर राहत देने की कोशिश की है। आपको बता दे की, सरकार ने सहकारी और सार्वजनिक क्षेत्र की चीनी मिल को 115 करोड़ रुपये अनुदान जारी कर दिया है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, आंकडें बताते है की, देश की चीनी मिलों ने इस सीजन में लगभग 472 लाख 41 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई की है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 36 लाख क्विंटल अधिक है। इस साल प्रदेश में 47 लाख 58 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 2 लाख 25 हजार क्विंटल अधिक है।
प्रदेश की चीनी मिलों ने 1657 करोड़ 82 लाख रुपये का गन्ना खरीदा है। इसके सापेक्ष अबतक 1215 करोड़ 47 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। 442 करोड़ 45 लाख गन्ने का मूल्य चीनी मिल पर बकाया है। सितारगंज मिल ने शत प्रतिशत भुगतान कर दिया है। इस वर्ष अभी तक मिलों द्वारा 73 प्रतिशत गन्ना मूल्य भुगतान किया है। प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए सरकार ने गुड़ उत्पादन बढ़ाने और गन्ने से संबंधित लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए खांडसारी लाइसेंसी नीति भी जारी की है। इससे प्रदेश के किसान और युवाओं को बड़ा फायदा हो सकता है।