देहरादून, उत्तराखंड: पेराई सत्र 2024-25 की तैयारियां शुरू हो गई हैं, लेकिन अभी तक उत्तराखंड में किसानों को चालू सत्र का शत-प्रतिशत भुगतान नहीं हो पाया है। इसको लेकर प्रशासन सख्त है।
गन्ना बकाया और अगले पेराई सत्र और अन्य मुद्दों को लेकर, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, पशुपालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन, प्रोटोकॉल, कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा की अध्यक्षता में गुरुवार की शाम सचिवालय में बैठक हुई। समीक्षा बैठक में मंत्री ने निजी क्षेत्र की चीनी मिल इकबालपुर पेराई सत्र 2023-24 के अवशेष गन्ना मूल्य 20.36 करोड़ का भुगतान 15 जुलाई तक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र की चीनी मिल इकबालपुर पेराई सत्र 2018-19 के अवशेष गन्ना मूल्य 106.17 करोड़ के भुगतान के लिए कांक्रिएट प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाए। चीनी मिलों के आगामी पेराई सत्र 2024-25 का शुभारंभ 20 नवम्बर 2024 से प्रारंभ किया जाए। 30 अक्टूबर 2024 तक चीनी मिलों के समस्त मरम्मत, अनुरक्षण एवं ट्रायल के कार्य अवश्य पूर्ण कर लिए जाए।
हिंदुस्तान समाचार में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि चीनी मिलों की मरम्मत एवं रखरखाव का कार्य इस प्रकार से किया जाए कि आगामी पेराई सत्र 2024-25 में तकनीकी बंद होने की नौबत न आए। साथ ही चीनी मिलों में किसानों के लिए पूर्व में की गई आवास व्यवस्था, शौचालय, पेयजल एवं पंचर रिपेयर की व्यवस्था का पुनर्मूल्यांकन किया जाए। किसानों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए गोष्ठियों का आयोजन किया जाए। सट्टा नीति में आवश्यक समायोजन कर छोटे किसानों को तीसरे से चौथे पखवाड़े तक पर्चियां उपलब्ध कराई जाएं।