रुड़की: लक्सर चीनी मिल द्वारा गन्ना किसानों की गोष्ठी का आयोजन किया गया था।इस अवसर पर किसानों को गन्ने की फसल में लगने वाले कीटों और रोगों के लिए उपयुक्त कीटनाशक दवा और इसके इस्तेमाल की जानकारी दी गई। मिल के प्रधान प्रबंधक एसपी सिंह ने कहा कि, गन्ने की अच्छी पैदावार के लिए फसल को कीट, रोग से बचाना बहुत जरूरी है। गन्ना महाप्रबंधक डॉ. बीएस तोमर ने फाल्स आर्मी वर्म कीट की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, इमामेक्टिन 100 ग्राम प्रति एकड़ के छिड़काव से यह सुंडी मर जाती है।
हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, गन्ना प्रबंधक पवन ढींगरा ने कहा कि गन्ने में अगर पोक्का बोइंग रोग दिखे, तो 250 एमएल टेबुकोनाजोल व सल्फर को 250 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें। इससे रोग खत्म हो जाएगा। खानपुर जोन प्रभारी उमेश चौधरी कहा कि कीटनाशक दवाओं को सही मात्रा में सही तरीके से इस्तेमाल करने का तरीका किसानों को समझाया। बृजेंद्र राठी ने कहा कि कीटनायक दवा का प्रयोग फसल की सिंचाई के समय करना चाहिए। गोष्ठी में प्रधान समय सिंह, सुधीर चौधरी, डॉ. प्रीतम सिंह, राजकुमार, ओमकार सिंह, मदन शास्त्री, संदीप कुमार, राजपाल सिंह, अनुज कुमार और किसान बड़ी संख्या में मौजूद रहे।