देहरादून: चीनी मिलों को तंग गन्ना आपूर्ति से पेराई में दिक्कत आ रही है। मिल प्रबंधन ने गन्ना पेराई सत्र समाप्त करने के लिए पहला नोटिस जारी कर दिया है। चीनी मिल की प्रतिदिन की गन्ना पेराई क्षमता 25 हजार क्विंटल है। मिल प्रबंधन ने वर्तमान पेराई गन्ना सत्र को समाप्त करने के लिए 29 फरवरी का पहला नोटिस जारी कर दिया है। शुगर मिल में मिल गेट के अतिरिक्त 54 गन्ना क्रय केंद्रों से गन्ना आपूर्ति हुई। जिसमें डोईवाला गन्ना समिति के पांच, देहरादून समिति के 20, हरिद्वार जनपद की ज्वालापुर समिति के छह, इकबालपुर रुड़की समिति के 20, लक्सर समिति का एक और हिमाचल प्रदेश की पांवटा समिति के दो गन्ना क्रय केंद्र शामिल हैं।
गन्ने की कमी के चलते रुड़की समिति के सात केंद्र बंद कर दिए गए हैं।मिल प्रशासन ने किसानों के लिए मुख्य गेट से गन्ना आपूर्ति को फ्री भी कर दिया है। बावजूद इसके मिल को पेराई के लिए पर्याप्त गन्ना नहीं मिल पा रहा है।अमर उजाला से बात करते हुए चीनी मिल के अधिशासी निदेशक, दिनेश प्रताप सिंह ने कहा की, शुगर मिल को पर्याप्त गन्ना आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में मिल का संचालन का नुकसानदेह होता है।गन्ना किसानों से बचे गन्ने को जल्द मिल को आपूर्ति करने के लिए अनुरोध किया गया है।