आज़मगढ़:चीनी मिल बंद होने से गुस्साए गन्ना किसानों ने मिल गेट पर प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। किसानों ने मिल प्रबंधन से ट्रालियों पर लदे गन्ने की तौल करने की मांग की। किसानों ने दावा किया की,अभी खेतों में काफी गन्ना है और फिर भी चीनी मिल को बंद कर दिया गया है।मिल बंद होने से किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
दी किसान सहकारी चीनी मिल सठियांव को प्रबंधन ने मंगलवार की सुबह छह बजे बंद कर दिया। दो ही घंटे बाद मिल के बाहर गन्ना लदे ट्रैक्टर ट्रालियों की लंबी लाइन लग गई। बुधवार को किसान गन्ना तौल का इंतजार कर रहे थे। 30 घंटे बीतने के बाद भी जब तौल के लिए गेट नहीं खुला तो गन्ना किसानों ने मिल गेट पर प्रदर्शन कर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।किसानों ने कहा कि,गन्ना तौल कराने के लिए पर्ची 12 अप्रैल को जारी कर रहे हैं और 15 अप्रैल को चीनी मिल बंद कर दे रहे हैं।प्रदर्शन में रामप्रवेश यादव, रामकरण यादव, सुरेश यादव, परमहंस, योगेंद्र, संतोष यादव आदि शामिल रहे।
सठियांव चीनी मिल के जीएम डॉ.नीरज कुमार ने कहा की,किसानों को मोबाइल पर मैसेज किया गया था, बोर्ड पर नोटिस भी लगा था।11 अप्रैल को बंद होने के बजाय इसकी तिथि बढ़ाकर 13 अप्रैल कर दी गई।इसके बाद भी दो दिन तक चीनी मिल चलती रही। अंत में 15 अप्रैल को जब मिल बंद कर दी गई, तब किसान गन्ना लेकर आए।आला अधिकारी ही इसका निर्णय करेंगे कि गन्ने की तौल होगी या नहीं।