बेंगलुरू: विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया है कि, वह अपनी पेटेंट तकनीक का उपयोग करके फार्मास्युटिकल ग्रेड चीनी का उत्पादन करेगी। कंपनी के पास नवीनतम तकनीकों से युक्त अत्याधुनिक अनुसंधान एवं विकास केंद्र है। कंपनी भारत में अग्रणी फार्मास्युटिकल कंपनियों को इस फार्मा ग्रेड चीनी की आपूर्ति करने की प्रक्रिया में है और इसे पूरी दुनिया में निर्यात करने की भी योजना है। इसने IS 1151, 2021 संस्करण में निर्धारित विनिर्देशों को पूरा करते हुए परिष्कृत ग्रेड चीनी का उत्पादन भी शुरू कर दिया है। एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम के तहत मिश्रण के लिए एथेनॉल पर जीएसटी दर को 18% से घटाकर 5% करने का सरकार का हालिया निर्णय चीनी कंपनियों के लिए बेहद फायदेमंद होगा और विश्वराज भी उनमें से एक होगा। इससे लाभ और राजस्व में काफी वृद्धि होगी।
इससे पहले, विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज (वीएसआईएल) ने 155 करोड़ रुपये मूल्य के 2.50 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति के लिए तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) अर्थात् भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (बीपीसीएल), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (एचपीसीएल) के साथ अनुबंध किया था। अनुबंध दिसंबर 2021 से शुरू हो रहा है। वीएसआईएल के कार्यकारी निदेशक मुकेश कुमार ने कहा, हमने पिछले साल 2.25 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति के मुकाबले दिसंबर 2021 से 2.50 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति के लिए तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) बीपीसीएल, आईओसी और एचपीसीएल के साथ अनुबंध किया है।