जींद: हरयाणा में गन्ने के भाव में वृद्धि नहीं होने के कारण किसान चिंतित और आक्रोशित नजर आ आ रहे है। गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी करवाने के लिए गन्ना किसानों का बैठको का सिलसिला जारी है। ऐसी ही और एक बैठक भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में की गई जहा आगे की रणनीति तय की गयी।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेतृत्व में गन्ना किसानों ने फैसला किया है कि यदि चीनी मिलें गन्ने की रेट में बढ़ोतरी नहीं की तो किसान 15 जनवरी को पूरे प्रदेश की चीनी मिलों में ताला लगाएगी। मिल प्रशासन किसानों की इस मांग को हल्के में न लें। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह ने कहा कि यदि समय रहते किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो पूरे राज्य के किसान आंदोलन पर उतर जाएंगे। सिंह ने किसानों के साथ एक महत्वपूर्ण बैंठक के बाद यह घोषणा की।
किसानों की इस बैठक में गन्ने के सही दाम नहीं मिलने पर विरोध जताया दया। किसानों ने कहा कि ऐसा लगता है सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। गन्ने की कीमत कम होने से किसानों को भारी घाटा उठाना पड़ रहा है। हमारी मांग केवल 340 रुपए प्रति क्विंटल के मौजूदा भाव को बढ़ाकर 370 रुपए करना है। गत पांच साल में गन्ने के भाव मात्र 30 रुपए ही बढ़े हैं। किसानों के लिए यह गन्ना उत्पादन में भारी खर्च बोझ बनने लगा है। अनेक बार उन्हें घाटा सहना पड़ता है।
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