चेन्नई : राज्यपाल आर. एन. रवि ने कहा कि, भारत की 40% ऊर्जा जरूरतों को हरित ऊर्जा स्रोतों से पूरा किया जाता है, जो गैर-कार्बन और गैर-परमाणु उर्जा स्त्रोत हैं। हम डीजल के साथ एथेनॉल समिश्रण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, और पहले ही E10 हासिल कर चुके हैं और जल्द ही हम E20 समिश्रण लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।
राज्यपाल आर. एन. रवि ने महाबलीपुरम में चिन्मय मिशन द्वारा आयोजित ‘वसुधैव कुटुम्बकम की भावना में सी20 अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। सम्मेलन में, राज्यपाल ने कहा, आज, हम जानते हैं कि दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है। बल्कि कई अस्तित्व संबंधी संकट हैं। कई द्वीप देश धरती के गर्म होने की वजह से अपने आखरी साल गिन रहे हैं, अगर इस संकट को नहीं रोका गया तो नक्शे से इनका नामोनिशान मिट जाएगा।जलवायु के संबंध में चुनोतियों से निपटने के लिए भारत ने हरित ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है। भारत की लगभग 40% ऊर्जा की मांग हरित स्रोतों से पूरी की जाती है। उन्होनें कहा, हम सौर और पवन के साथ साथ कचरे से ऊर्जा का दोहन कर रहे हैं।