चंडीगढ़ : पंजाब का रबी विपणन सीजन सोमवार को खुल गया और 31 मई तक चलेगा। खाद्य और नागरिक आपूर्ति सचिव विकास गर्ग ने 1,908 नियमित खरीद केंद्रों को मंडी यार्ड घोषित किया और उन्हें एजेंसियों को सौंप दिया।निर्बाध खरीद के लिए अस्थायी केंद्र भी खोले जा रहे हैं। राज्य की खरीद एजेंसियां, जो 115.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने के लिए 30,776 करोड़ रुपये की नकद ऋण सीमा (सीसीएल) चाहती हैं, उनको अप्रैल के लिए 27,077.91 करोड़ रुपये मिले हैं और बाकी मई में मिलेंगे।
एजेंसियों को 4.62 जूट गांठों की भी आवश्यकता है, जिनमें से 31 मार्च तक 3.51 लाख गांठें उन तक पहुंच चुकी हैं।पंजाब में बिक्री के लिए अन्य राज्यों से पीडीएस/क्षतिग्रस्त गेहूं की अवैध तस्करी को रोकने के लिए पुलिस महानिदेशक और मंडी बोर्ड को आदेश दिए गए हैं।
इस बीच, शिरोमणि अकाली दल की बठिंडा सांसद हरसिमरत कौर बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पंजाबियों को यह समझाने की चुनौती दी कि सरकार ने नौ साइलो को खरीद केंद्रों के रूप में अधिसूचित करने में कृषि उपज बाजार समितियों (एपीएमसी) को क्यों नजरअंदाज किया, और क्या इसमें कॉर्पोरेट पैसा शामिल था।उन्होंने राज्य सरकार पर “पिछले दरवाजे से तीन निरस्त कृषि-विपणन कानूनों को लागू करने के केंद्र सरकार के एजेंडे” को क्रियान्वित करने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री मान पर किसानों की पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाते हुए शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा, वह यह दिखावा नहीं कर सकते कि उन्हें नहीं पता कि किसान क्या चाहते हैं।हरसिमरत ने सीएम से यह बताने को कहा कि, अगर आप उस पार्टी के साथ गठबंधन में नहीं,तो उन्होंने कांग्रेस के साथ मंच क्यों साझा किया।