बेंगलुरु: कर्नाटक में गन्ना मूल्य बढ़ाने की मांग तेज होती जा रही है और अब राज्य के मंत्रियों ने भी इस पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। चीनी और कपड़ा मंत्री शंकर पाटील मुनेनकोप्पा ने गन्ना किसानों को आश्वासन दिया कि, वह 2022-23 सीजन के लिए गन्ने के उचित पारिश्रमिक मूल्य (एफआरपी) को बढ़ाने पर निर्णय लेने के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने रयथ संघ के सदस्यों के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा की, किसान 5,500 रुपये प्रति टन गन्ने की एफआरपी की मांग कर रहे हैं। किसानों पर कटाई और परिवहन का बोझ न पड़े इसका ध्यान रखा जायेगा। चीनी मिलों द्वारा कटाई और परिवहन शुल्क और गन्ने की तौल को लेकर किसानों का शोषण करने की शिकायतों पर, मंत्री मुनेनकोप्पा ने कहा कि, वह इन मुद्दों को हल करने के लिए बुधवार को गन्ना नियंत्रण बोर्ड के सदस्यों के साथ बैठक कर सकते हैं।
उन्होंने दावा किया कि, सहकारी और निजी चीनी मिलों ने किसानों का 99.9 प्रतिशत बकाया चुका दिया है और 19,634 करोड़ रुपये में से केवल 11 करोड़ रुपये ही लंबित हैं। रयथ संघ के नेता कुरुबुरु शांता कुमार ने कहा कि, उन्होंने सरकार को उनके मुद्दों को हल करने के लिए 20 अक्टूबर की समय सीमा तय की है। उन्होंने कहा, नहीं तो हम अपने संघर्ष को फिर से शुरू करेंगे। बैठक में लगभग 150 रयथ संघ और मांड्या की सुनंदा जयराम और सुनीता पुट्टन्नैया और साउथ इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सुषमा सहित किसान नेताओं ने भाग लिया।