बरेली, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग गुजरात के ‘भुंगरू पैटर्न’ के तर्ज पर जल संचय करने पर काम करने पे जोर दे रहा है। इसके तहत कम पानी वाले क्षेत्रों में भी गन्ने की खेती आसानी से होगी। फिलहाल इसका परीक्षण अभी सुल्तानपुर और गाजीपुर में गन्ना आयुक्त ने शुरु कराया है। बाद में इसे जिलें में लागू किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ‘भुंगरू पैटर्न’ से बंजर, ऊसर, ढलान वीली जमीन पर भी अब गन्ना उगाने में मदद मिलेगी। ट्रायल के तौर पर गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर के उप केंद्र अमहट, गाजीपुर और सुल्तानपुर में बरसात का जल संचय किया जा रहा है। इसमें जल संरक्षण प्रणाली में बारिश में बेकार बह जाने वाले पानी को रिचार्ज किया जाता है। इससे जिस जगह पानी नहीं रुकता व गन्ना नहीं उग सकता है वहां भी सचाई की जा सकती है। जहां इसके इस्तेमाल से गिरते भूजल को रोका जा सकेगा वहीं बारिश के पानी का सही इस्तेमाल किया जा सकेगा।
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