यमुनानगर : सरस्वती चीनी मिल(Saraswati Sugar Mills) ने पेराई शुरू कर दी है। इस सीजन में पेराई पिछले साल की तुलना में एक सप्ताह पहले शुरू हुई है। पेराई जल्दी शुरू होने से किसान अपने खेतों में गन्ने की फसल की कटाई के बाद लगभग 25,000 एकड़ में गेहूं की फसल बो सकेंगे। आपको बता दे की, इस साल अभी तक गन्ने के रेट घोषित नहीं किए जाने से किसान सरकार से नाखुश है। किसानों ने इस सीजन के लिए कम से कम 400 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने का रेट तय करने की मांग की है। किसानों ने दावा किया की, पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष गन्ने की उत्पादन लागत बढ़कर लगभग 15,000 रुपये प्रति एकड़ हो गई है। इसलिए, राज्य सरकार को इस गन्ने के सीजन के लिए कम से कम 400 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने की दर तय करनी चाहिए।
SSM के मुख्य परिचालन अधिकारी एसके सचदेवा ने कहा कि, मिल ने पिछले साल 162 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की थी, हालांकि, इस साल 175 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य रखा था। मिल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (गन्ना) डीपी सिंह ने कहा कि, किसानों से गन्ना खरीदने के लिए 44 गन्ना खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं।उन्होंने कहा कि मजदूरों की समस्या को दूर करने के लिए गन्ना खरीद केंद्रों पर 38 गन्ना लोडर उपलब्ध कराए गए है। इस वर्ष मिल के कमांड क्षेत्र के अंतर्गत 672 गांवों के लगभग 22,000 किसान और 97,000 एकड़ गन्ना फसल है।