यमुनानगर: यमुनानगर की सरस्वती चीनी मिल में 26 नवंबर से पेराई शुरु होने वाली है। यह मिल देश की सबसे बड़ी चीनी मिलों में एक है। यमुनानगर और पड़ोसी जिलों के लगभग 25,000 किसान इस चीनी मिल से जुड़े हैं और उन्हें इस चीनी मिल में पेराई कार्य शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है क्योंकि इनमें अधिकांश छोटे किसान हैं जो अपनी गन्ने की फसल की कटाई के तुरंत बाद गेहूं की फसल बोते हैं।
वैसे तो इस मिल के अधिकार क्षेत्र में गन्ने का रकबा 10 फीसदी घटा है। फिर भी मिल प्रबंधन को उम्मीद है कि वे पिछले साल की तरह इस साल भी 160 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का आंकड़ा छू लेंगे।
किसानों ने राज्य सरकार से गन्ने की दरों में कम से कम 50 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की मांग की है लेकिन राज्य सरकार ने इस संबंध में अभी तक कोई घोषणा नहीं की है। दो नवंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लिखे एक पत्र में करतारपुर गांव के गन्ना किसान सतपाल कौशिक ने कहा कि किसानों की वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है। इस लिए राज्य सरकार को गन्ने की दरों में 50 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि करनी चाहिए।
सरस्वती चीनी मिल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (गन्ना) डीपी सिंह ने कहा कि उन्होंने 26 नवंबर को अपनी चीनी मिल में पेराई कार्य शुरू करने की तैयारी की है।
उन्होंने कहा कि चीनी उद्योग इस समय अधिक उत्पादन और चीनी के अधिशेष के कारण वित्तीय संकट में है। हमें उम्मीद है कि राज्य सरकार पिछले साल की तरह इस साल भी हमारी मदद के लिए आगे आएगी।
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