लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को किसानों से आह्वान किया कि, वे फसल कटाई के बाद धान के ठूंठ और गन्ने के पत्तों को न जलाएं क्योंकि ऐसा करना पर्यावरण के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा की, गन्ने के पत्ते और डंठल जलाने से लोगों के स्वास्थ्य और मिट्टी की उर्वरता पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने गन्ना किसानों की सुविधा और पारदर्शिता के लिए चीनी उद्योग विभाग और गन्ना विकास विभाग द्वारा विकसित वेब पोर्टल (www.caneup.in) और E-ganna मोबाइल ऐप लॉन्च किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, एप और वेब पोर्टल गन्ने की खरीद में पारदर्शिता लाएंगे और कालाबाजारी रोकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि, पिछले ढाई वर्षों के दौरान, गन्ना विभाग में व्यापक सुधार हुए हैं।
इस मौके पर बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा की, एक बार गन्ने से इथेनॉल बनाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद किसानों को अपने स्टॉक के साथ इंतजार नहीं करना पड़ेगा। गन्ने का इस्तेमाल चीनी बनाने के साथ-साथ इथेनॉल बनाने में भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, यह डीजल- पेट्रोल आयात पर देश की निर्भरता को कम करेगा और किसानों की समृद्धि को बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि, पर्ची खो जाने पर ऐप पर एक संदेश दिखा कर किसान मिलों को गन्ना पहुंचाने में सक्षम होंगे।
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, जब किसान के लिए राजनीति का एजेंडा तय नहीं किया जाता है, तो परिवार, जाति, वोट और धर्म राजनीति का एजेंडा बन जाता है, उन्होंने कहा कि राजनीति को जोड़ना तब बेईमानी और भ्रष्टाचार का कारण बन जाता है। उन्होंने कहा, जब एक संवेदनशील प्रधानमंत्री कार्यभार संभालता है, तो राजनीति का एजेंडा गाँव, किसान और युवा बन जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में देश की बागडोर संभालने के बाद से किसानों के हितों को सर्वोपरि रखा। उन्होंने आरोप लगाया की, इससे पहले, किसानों को हाशिए पर रखा गया था और आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया गया था । भाजपा सरकार ने किसानों को राजनीति की मुख्यधारा में लाया, इतनाही नही किसानों को केंद्र में रखते हुए कई योजनाएं शुरू की गई हैं।
हमने एक पारदर्शी प्रणाली बनाने की कोशिश की है, ताकि किसान को गन्ने की पर्ची प्राप्त करने और अपने उत्पाद को बेचने में कोई समस्या न हो। राज्य सरकार गन्ना किसानों के भुगतान को सीधे उनके खाते में जमा करने में सफल रही है। हमने शेष बकाया राशि के भुगतान की समय सीमा भी तय कर दी है।
योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों से किया यह महत्वपूर्ण अपील यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.