नई दिल्ली: इस्मा के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा की, इथेनॉल सम्मिश्रण केंद्र सरकार की सबसे शानदार नीतियों में से एक है। कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कम हुई हैं, लेकिन सरकार ने इसे इथेनॉल की कीमत को प्रभावित नहीं करने दिया। सरकार ने इथेनॉल उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए ब्याज सबवेंशन स्कीम भी लाई। सरकार चीनी उद्योग को गन्ने के रस और बी-हैवी मोलासिस को इथेनॉल में स्थानांतरित करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।मिलें इथेनॉल उत्पादन क्षमता विकसित करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
उन्होंने बिजनेस वर्ल्ड डॉट इन को दिए एक साक्षात्कार में कहा की ISMA एक रोड मैप बनाने की कोशिश कर रहा है कि हर साल हम अपने अधिशेष चीनी को 20 लाख टन कम कर सकें। 2023 तक हम इथेनॉल को डायवर्सन द्वारा ज़ीरो सरप्लस चीनी की योजना बना रहे हैं।